दैनिक समसामयिकी

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19 March 2017(Sunday)

1.अमेरिकी राष्ट्रपति ने औपचारिकता का निर्वाह नहीं कर नए विवाद को दिया जन्म

• अमेरिका और जर्मनी पुराने सहयोगी रहे हैं। इस संबंध में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से तल्खी महसूस की जा रही थी। इसका कारण चुनाव प्रचार के दौरान जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल पर ट्रंप के तीखे हमले थे।
• ऐसे में जब दोनों नेता शुक्रवार को ह्वाइट हाउस में मिले तो उम्मीद की जा रही थी कि वे आपसी मतभेद भुलाने में कामयाब रहेंगे। लेकिन, औपचारिकता का निर्वाह करने से मुंह मोड़कर ट्रंप ने नए विवाद को जन्म दे दिया।
• ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद मर्केल के इस पहले अमेरिकी दौरे में दोनों देशों के संबंधों की पुरानी गर्मजोशी की कमी साफ-साफ दिखी। ओवल ऑफिस में द्विपक्षीय बैठक के बाद दोनों नेता औपचारिक फोटो सेशन के लिए बैठे। लेकिन, ट्रंप ने हाथ मिलाने से इन्कार कर दिया।
• इस दौरान वहां मौजूद फोटोग्राफर रिवाज के अनुसार बार-बार दोनों से हाथ मिलाने के लिए कहते रहे। मर्केल ने भी आगे बढ़कर ट्रंप से पूछा कि क्या वह हाथ मिलाना चाहेंगे। ट्रंप ने इसे बिल्कुल अनसुना करते हुए अपना मुंह दूसरी तरफ मोड़ लिया। हाथ घुटनों के पास ही टिकाए रखा और मर्केल की तरफ देखा ही नहीं।
• दोनों राष्ट्रध्यक्षों के बीच बैठक के बाद ट्रंप के इस रवैये से प्रतीत हुआ कि उनके बीच बातचीत सौहार्दपूर्ण नहीं रही। यह तल्खी संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान भी दिखी। हालांकि इसके बाद दोनों नेताओं ने हाथ मिलाकर विवाद पर पानी डालने की कोशिश की। इस व्यवहार को लेकर ट्रंप की तीखी आलोचना हो रही है।
• असल में 2016 के राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने मर्केल की आलोचना की थी। ट्रंप ने कहा था कि मध्य पूर्व के शरणार्थियों को जगह देकर मर्केल जर्मनी को तबाह करने में जुटी हैं। संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मर्केल ने कहा, ‘मैंने हमेशा कहा है कि आमने-सामने बातचीत करना दूसरे के माध्यम से बात करने से कहीं यादा अच्छा रहता है। मैं समझती हूं कि हमारी बातचीत इसे साबित कर देगी।’
• ट्रंप ने अफगानिस्तान में जर्मनी के प्रयासों और इस्लामिक स्टेट के साथ लड़ाई में सहयोग के लिए चांसलर की सराहना की। साथ ही उन्होंने नाटो के कई यूरोपीय सदस्य की शिकायत भी की। उन्होंने कहा कि सदस्य देश अटलांटिक गठबंधन में अपनी ताकत नहीं दिखा रहे हैं। पिछले कई वर्षो से कई देश बड़ी राशि के देनदार हैं और यह अमेरिका के लिए उचित नहीं है। ये देश अपनी देनदारी चुकाएं।

2. आदित्यनाथ होंगे UP के CM, पहली बार दो डिप्टी सीएम; केशव-दिनेश को जिम्मेदारी

• यूपी में सात दिन से जारी सस्पेंस शनिवार को खत्म हुआ। बीजेपी के फायरब्रांड लीडर और हिंदू हार्डलाइनर इमेज वाले योगी आदित्यनाथ (44) को विधायक दल ने अपना नेता चुन लिया। मीटिंग से दो घंटे पहले ही आदित्यनाथ सीएम पद की दौड़ में आगे निकले थे।
• वे यूपी के पहले और उमा भारती के बाद देश में दूसरे भगवाधारी सीएम होंगे। ऐसा भी पहली बार ही होगा जब यूपी में दो-दो डिप्टी सीएम होंगे। इसके लिए केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा को चुना गया है।
• योगी आदित्यनाथ के लिए क्या होंगी चुनौतियां?
- डेवलपमेंट:केंद्र सरकार की योजनाएं जैसे सुकन्या योजना, जनधन योजना और उज्जवला योजना को सही तरीके से लागू करना, ताकि इसका सही लाभ लोगों तक पहुंच सके।
• - नौकरशाही:इस पर लगाम लगाना होगा। किसी तरह का कोई घपला न हो।
• - हिंदुत्व की उम्मीदें:गोहत्या रोकने, हिंदुओं का पलायन रोकने और स्लॉटर हाउस बंद करने जैसी हिंदुत्व की उम्मीदों को लेकर उनके कामकाज पर नजर हरेगी।
• - अल्पसंख्यकों का बुरा न हो:मुस्लिमों के मुद्दे पर भी योगी को ध्यान देना होगा, ताकि उन्हें ये न लगे कि उनका नुकसान हो रहा है। मुसलमान असुरक्षिीत महसूस न करें, इसका ध्यान भी योगी को रखना होगा।
• - सबका साथ:अति पिछड़ा, दलित समेत सभी वर्ग को साथ लेकर चलने की चुनौतियां भी होंगी, क्योंकि अब वे पूरे प्रदेश का नेतृत्व करेंगे।
• योगी से कैसे हो सकती है दिक्कत?
- योगी को एडमिनिस्ट्रेटिव एक्सपीरिएंस नहीं है। ब्यूरोक्रेसी गुमराह कर सकती है। उनका वीएचपी से ताल्लुक है। मठ मंदिर से आए हैं। उन पर साधु-संन्यासी हावी हो सकते हैं।
• उन पर ठाकुरवादी होने का आरोप लगता रहा है। अति पिछड़े और अन्य कास्ट के लोग नाराज हो सकते हैं। पार्टी के दूसरे नेताओं के सपोर्टर्स नाराज हो सकते हैं। गुटबाजी हो सकती है।
• वि‍वादि‍त बयानों को दोहराते हैं तो राजनीति‍क अव्यवस्था पैदा हो सकती है।

3. इकोनॉमिक ग्रोथ के लिए मोदी ने ईज ऑफ डुइंग‍ बिजनेस को बताया जरूरी, सरकार कर रही है फोकस

• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार देश के इकोनॉमिक ग्रोथ पर पूरा फोकस कर रही है और इसके लिए कई अहम कदम उठाए गए हैं।सरकार जीएसटी लागू करने जा रही है, लेबर रिफॉर्म पर सरकार का फोकस है।
• मेक इन इंडिया जैसे प्रोग्राम शुरू किए गए हैं।सरकार का मानना है कि ईज ऑफ डुइंग बिजनेस से इकोनॉमिक ग्रोथ को लगातार बढ़ाया जा सकता है।
• मोदी शनिवार को ‘इंडिया टुडे कॉन्क्लेव’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंहने कहा कि आज भारत दुनिया की तेजी से विकसित होती इकॉनोमी में से एक है।
• उन्होंनने साथ ही कहा कि मेक इन इंडिया आज भारत का सबसे बड़ा इनिशिएटिव बन चुका है। हम दुनिया के छठे सबसे बड़े मैन्युफैक्चिरिंग देश हैं।
• पीएम मोदी ने आगे कहा, हमारी सरकार कॉपरेटिव फेडरलिज्म, कम्पेटेटिव कोऑपरेटिव फेडरलिज्म पर बल देती है।मोदी ने जीएसटी का जिक्र करते हुए कहा, मैं चाहूंगा कि पूरा देश जीएसटी पर चर्चा करने और समझने का प्रयास करे। जीएसटी डेलिब्रेटिव डेमोक्रेसी का एक उदाहरण है।
• राज्यों से संवाद, बहस और सहमति के दरवाजे पर जीएसटी को लाया गया है। हमनें राज्योंा से घंटों बात की। जीएसटी ऐसा फैसला जो आम सहमति से हुआ, सभी राज्यों ने इसकी जिम्मेदारी ली है। सबका साथ, सबका विकास केवल नारा नहीं है।
• मोदी ने कहा कि हमनें देश में अलग-अलग श्रम कानूनों के पालन के लिए पहले इम्प्लॉयर्स को 56 रजिस्टर्स में भरनी होती थी। अब लेबर लॉज के तहत 56 कीकी नहीं 5 रजिस्टर मेंटेन करने होंगे। इससे बिजनेस को आसान करने के लिए उद्यमियों को बड़ी मदद मिलेगी।

4. पंजाब : महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 33 फीसद आरक्षण : नशे के कारोबार पर भी प्रतिबन्ध

• पंजाब सरकार ने आज एक अहम फैसला लेते हुए नौकरियों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण की सुविधा प्रदान कर दी है। सरकार का यह फैसला सरकारी विभागों में नियमित नौकरियों के साथ-साथ अनुबंध के आधार पर होने वाली भर्तियों में भी लागू रहेगा।
• इसके अलावा पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकायों में महिलाओं के लिए आरक्षण 33 फीसद से बढ़ाकर 50 फीसद करने का फैसला किया गया है।
• पंजाब में नवगठित कांग्रेस सरकार ने शनिवार को पहली ही बैठक में चुनावी घोषणा पत्र को ध्यान में रखकर फैसले लिये। पंजाब सरकार ने मंत्रिमंडल की पहली बैठक में अहम फैसला लेते हुए प्रदेश में करीब पांच सौ शराब ठेके हटा दिए। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू करते हुए प्रदेश में पहले से चल रहे 6384 शराब ठेकों को कम करके 5900 कर दिया है। इसके अलावा जो ग्राम पंचायतें प्रस्ताव पारित करके आबकारी विभाग को देंगी वहां भी शराब ठेके समाप्त कर दिए जाएंगे।
• नई नीति के तहत राष्ट्रीय राजमागरे तथा राजमागरे के आसपास शराब ठेके नहीं चलेंगे। सरकार ने सत्ता में आते ही सूबे की जनता के साथ किए गए वादे को अमली रूप देते हुए पंजाब में नशे के कारोबार को समाप्त करने के लिए राज्य स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया है।
• इस टास्क फोर्स की जिम्मेदारी एडीजीपी हरप्रीत सिंह सिद्धू को सौंपी गई जो लंबे समय से छत्तीसगढ़ में प्रतिनियुक्तिपर हैं। सिद्धू को पंजाब सरकार ने वापस बुला लिया है।
• सिद्धू पंजाब के वह आईपीएस अफसर हैं जिन्होंने पंजाब पुलिस के जवानों को मानवता का पाठ पढ़ाते हुए फोन पर बातचीत करते समय श्रीमान जी कहने का अभियान शुरू कराया था।

5. मुंबई में चली पहली पूर्ण स्वदेशी लोकल ट्रेन ‘मेधा’

• मुंबई में लोकमान्य तिलक टर्मिनस पर शनिवार को आयोजित एक समारोह में रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने पूरी तरह स्वदेश निर्मित लोकल ट्रेन ‘मेधा’ को रिमोट कंट्रोल के जरिये हरी झंडी दिखाई। 43.23 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह ट्रेन मुंबई के पश्चिम रेलमार्ग पर चलेगी। पहली ट्रेन ने शनिवार को दादर से बोरीवली और फिर बोरीवली से चर्चगेट का चक्कर पूरा किया।
• अब तक मुंबई सहित देश के दूसरे शहरों में चलने वाली लोकल ट्रेनों के कोच तो भारत में बनते थे, लेकिन उनमें इलेक्टिक एवं अन्य तकनीकी काम विदेशी सीमेंस एवं बाम्बार्डियर कंपनियों द्वारा किए जाते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत मेधा ट्रेन के कोच तो चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आइसीएफ) में तैयार किए गए हैं जबकि इलेक्टिकल एवं अन्य तकनीकी काम पहली बार हैदराबाद के मेधा सवरे ड्राइव्स फर्म ने किए हैं। इससे ट्रेन की कुल कीमत में करीब एक करोड़ रुपये की कमी आई है।
• विदेशी बॉम्बार्डियर कंपनी द्वारा तैयार 12 कोच वाली ट्रेन की कीमत जहां 44.36 करोड़ रुपये होती थी, वहीं आइसीएफ एवं मेधा सवरे ड्राइव्स फर्म के संयुक्त प्रयास से तैयार यह ट्रेन 43.23 करोड़ रुपये में ही तैयार हो गई है। पश्चिम रेलवे ने फिलहाल 12 कोच वाली दो ट्रेनें तैयार करवाई हैं। इस प्रकार के और अधिक कोचों के ऑर्डर देने पर इनकी कीमत और कम हो सकती है।
• ट्रेन में खास : ‘मेधा’ में 1,168 सीटें हैं और कुल 6,000 से अधिक यात्री इसमें यात्र कर सकते हैं। ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। ट्रेन में रीजनरेटेड ब्रेकिंग सिस्टम का उपयोग किया गया है। जिसके उपयोग से 30 से 35 फीसद बिजली पैदा होकर ओवरहेड वायर्स में जाएगी और इतनी बिजली की बचत होगी।
• ट्रेन में रूफ माउंटेड फोस्र्ड वेंटीलेशन व्यवस्था होने के कारण ट्रेन की कूलिंग क्षमता 16,000 घन क्यूबिक मीटर प्रति घंटा है। औपचारिक शुरुआत से पहले इस ट्रेन का कई महीनों तक ट्रायल किया गया। बता दें कि मुंबई की लोकल ट्रेनों में प्रतिदिन 35 लाख यात्री सफर करते हैं।

6. रोज 1200 सिगरेट के बराबर चूल्हे का धुआं झेल रही हैं 15 करोड़ महिलाएं

• एक अनुमान के मुताबिक देश में हर साल 5 से 9 लाख लोगों की मौत केवल गैर स्वच्छ ईंधन के सहारे खाना बनाने के कारण होती है। इन पंद्रह करोड़ में से 6 करोड़ तो स्वयं वर्ष 2011-13 के उस सामाजिक, आर्थिक और जाति जनगणना के लिहाज से हैं जिसके आधार पर उज्जवला स्कीम के कनेक्शन दिए जा रहे हैं।
• यह सर्वे तत्कालीन यूपीए सरकार ने पूरा कराया था। जबकि अन्य 9 करोड़ परिवार भी स्वयं मंत्रालय के ही आंतरिक सर्वे का हिस्सा हैं। इसके माध्यम से उसने यह जानने का प्रयास किया था कि इस अध्ययन के अलावा भी कितने ऐसे परिवार हैं जिन्हें अभी स्वच्छ ईंधन की जरूरत है।
• कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में ग्लोबल एन्वॉयरमेंट हेल्थ के जाने माने प्रोफेसर डॉ. किर्क स्मिथ के अनुसार जब महिलाएं चूल्हे पर लकड़ी जलाकर खाना बनाती हैं तो एक घंटे के भीतर 400 सिगरेट जलने के बराबर हानिकारक धुआं हो जाता है।
• वे भारत में महिलाओं और बच्चियों के स्वास्थ के लिए इसे बड़ा खतरा बताते हैं। भारत में ग्रामीण महिलाओं को कम से कम तीन घंटे तो रसोई में बिताने ही होते हैं। इस लिहाज ये महिलाएं रोज़ाना कम से कम 1200 सिगरेट के जलने के बराबर सिगरेट के धुएं के बीच भोजन बना रही हैं।

Sorce of the News (With Regards):- compile by Dr Sanjan,Dainik Jagran(Rashtriya Sanskaran),Dainik Bhaskar(Rashtriya Sanskaran), Rashtriya Sahara(Rashtriya Sanskaran) Hindustan dainik(Delhi), Nai Duniya, Hindustan Times, The Hindu, BBC Portal, The Economic Times(Hindi& English)

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